

PLOT SELECTION GUIDANCE AS PER VASTU SCIENCE
Plot Selection Guidance by Skyscraper Architect"हर प्लॉट की शुरुआत — एक उत्कृष्ट डिज़ाइन की दिशा में पहला कदम होती है।"Skyscraper Architect Anju Amit Kumar का मानना है कि वास्तुशिल्प की सफलता केवल डिज़ाइन में नहीं, बल्कि प्लॉट चयन की समझ में छिपी होती है।हम सिर्फ आर्किटेक्ट नहीं हैं — हम आपके सपनों के ज़मीन से जुड़ाव के विशेषज्ञ भी हैं।📍 स्थान चयन (Location Intelligence)हम आपके लिए सही जगह ढूंढने में सहायता करते हैं जहाँ आपके सपने सुरक्षित और स्थायी रूप से बस सकें:
Residential / Commercial suitability
Local zoning, development indicators & safety
Main road access, frontage visibility & future appreciation
📏 आकार पर सलाह (Size & Dimension Advisory)हर वर्गफुट मायने रखता है — हम आपको बताते हैं कि कैसे plot depth, width और orientation आपके सपनों को विस्तार दे सकते हैं:
Plot ratio vs construction scope
Duplex / Rental floor feasibility
Shape harmony with vastu & elevation
🧿 वास्तु समझ (Vastu-Sensitive Evaluation)Skyscraper Architect की विशेषता है Architectural + Vastu Synchronyहम मानते हैं कि एक संतुलित प्लॉट ही सुखद और समृद्ध जीवन का आधार बनता है:
Plot face (East, North preferred)
Terrain slope, borewell position, nearby transformer/temple
South-West road plots: with corrective vastu design only
✅ हम क्यों अलग हैं?
हम सिर्फ नक्शा नहीं बनाते, नींव से समाधान देते हैं
आपकी ज़मीन का पूरी तरह वास्तु व वास्तुकला मूल्यांकन करते हैं
हम आपको ऐसे विकल्प दिखाते हैं जो बजट, ज़रूरत और भविष्य, तीनों में फिट बैठें
“Plot का चुनाव सही होगा, तो Dream Home का निर्माण सरल और शक्तिशाली होगा।”Skyscraper Architect Anju Amit Kumar — आपके जीवन के हर इंच में सौंदर्य और संतुलन।

PLOT SELECTION AS PER VASTU
1. मुख दिशा (Plot Facing):
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पूर्व (East Facing): शुभ मानी जाती है — उगते सूरज की ऊर्जा; शिक्षा, नाम और सम्मान में वृद्धि
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उत्तर (North Facing): आर्थिक समृद्धि, धन और बौद्धिक विकास के लिए उत्तम
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दक्षिण (South Facing): अगर वास्तु सुधार न किया जाए तो संघर्ष ला सकती है
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पश्चिम (West Facing): स्थिरता दे सकती है, लेकिन प्रॉपर design balance जरूरी है
📌 Note: South-West facing road वाले plots risky होते हैं — इन्हें विशेष वास्तु डिज़ाइन के साथ ही लेना चाहिए।
2. प्लॉट का आकार (Shape of Plot)
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आयताकार (Rectangular): सर्वश्रेष्ठ – संतुलन और स्थिरता देता है
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वर्गाकार (Square): स्थिरता, समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक
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त्रिकोणीय (Triangular): तनावपूर्ण, avoid करें
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कट-फट या असमान आकार: वास्तु दोष लाता है; design remedy आवश्यक
✅ Plot के कोने सही एंगल (90°) के हों, विशेष रूप से उत्तर-पूर्व (NE) साफ़ और खुला हो।
3. ढलान (Slope of the Land):
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उत्तर या पूर्व की ओर ढलान: उत्तम माना जाता है – सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह
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दक्षिण या पश्चिम की ओर ढलान: अवांछनीय – मानसिक/आर्थिक समस्याएँ ला सकता है
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फ्लैट जमीन (levelled) प्लॉट वास्तु दृष्टिकोण से अधिक स्थिर होता है
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4. सड़क की स्थिति (Road Placement):
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East/North Road Touch: Highly auspicious
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Corner plots (North-East): बहुत शुभ, लेकिन high cost
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South-West road corner: बहुत ही सतर्कता से लेना चाहिए
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Multiple roads touching plot = more energy flow = ज़्यादा vastu balancing ज़रूरी
5. ऊर्जा परीक्षण (Energy Testing)
Skyscraper Architect आपके प्लॉट का वास्तु-ऊर्जा आकलन करता है:
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Compass reading & magnetic field balance
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Geo-directional energy check
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Potential remedial zones
6. आसपास का वातावरण (Surroundings & Environment):
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बोरवेल / वाटर टैंक: हमेशा उत्तर-पूर्व (NE) दिशा में होना चाहिए
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सेप्टिक टैंक / स्टीयर / स्टोर: दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम में
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ट्रांसफॉर्मर / मंदिर / श्मशान की निकटता: नकारात्मक प्रभाव ला सकते हैं
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पास के पेड़ / बिजली के खंभे: छाया और दिशा के अनुसार देखना चाहिए


